नमस्कार दोस्तों आप सभी का हमारे चैनल में हार्दिक स्वागत है, आज हम आपको अमेरिका और ईरान के बीच चल रहे विवाद के बारे में बताएंगे कि कैसे यह विवाद अपने चरम पर पहुंच चुका है और इस विवाद में अब रूस भी शामिल हो चुका है । तो आइए बताते हैं आपको
अमेरिकी ड्रोन के गिराए जाने से बढ़ा विवाद -
दरअसल, ईरान ने कहा था कि उसने ड्रोन को इसलिए मारा क्योंकि वह उनकी सीमा में घुस रहा था. वहीं, अमेरिका का दावा है कि वह अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में था ड्रोन के गिराए जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान ने बहुत बड़ी गलती कर दी है। तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस प्रतिक्रिया के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी अमेरिका को साफ चेतावनी दे दी और कहा कि अगर वॉशिंगटन किसी फोर्स के जरिये हिंसा को इस क्षेत्र में बढ़ावा देगा तो इसकी भरपाई कर पाना मुश्किल होगा. पुतिन ने यह बात एक फोन इन सेशन के दौरान कही ।
भारतीय नौसेना ने भी एहतियातन तैनात किए दो पोत -
भारतीय नौसेना ने ओमान की खाड़ी में अपने दो युद्धपोत तैनात कर दिए हैं. यह कदम भारत ने अमेरिका-ईरान के बीच बढ़ रहे तनाव और इस दौरान तेल टैंकरों पर हुए हमले के बाद एहतियातन उठाया है नेवी के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया, हमने विध्वंसक INS चेन्नै और गश्ती पोत INS सुनयना को ओमान की खाड़ी में तैनात कर दिया है. भारत ने अपने इस प्लान को ऑपरेशन संकल्प नाम दिया है. नेवी ने यह कदम सुरक्षा चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए उठाया है ।
भारत ने इसलिए उठाया यह कदम -
अमेरिका और कई अन्य देशों ने पिछले दिनों दो ऑयल टैंकरों पर हुए हमलों का आरोप ईरान पर लगाया था. हालांकि, तेहरान ने ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था. मामले पर अच्छे से विचार करने के बाद अब डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ शिपिंग ने 13 और 16 जून को सभी जहाजों को एडवाइजरी जारी कर बताया था कि वे अपनी सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाएं तो इसीलिए भारत ने भी अपने ओमान की खाड़ी में अपने दो युद्धपोत तैनात कर दिए हैं ।





